Wednesday, 26 October 2016

डायबिटीज (मधुमेह) का उपचार, Treatment of Diabetes

Tags


डायबिटीज (मधुमेह)


डायबिटीज (मधुमेह) एक गंभीर बीमारी है जिसे धीमी मौत के नाम से भी जाना जाता  है, देश दुनिया में आधुनिक जीवनशैली और मीठे आहार की अधिकता होने से यह बीमारी बहुत तेजी से बढ़ रही है, देश में बहुत से लोगो को यह बीमारी है , और बहुत से लोगो को इस बीमारी के होने का भय और आशंका है, इस  बीमारी में रक्त में ग्लूकोज का स्तर सामान्य से अधिक बढ़ जाता है  तथा रक्त की कोशिकाएं इस शर्करा को उपयोग  नहीं कर पाती। यदि यह ग्लूकोज  का बढ़ा हुआ लेवल खून में लगातार बना रहे तो शरीर के अंग प्रत्यंगों को नुकसान  पहुँचाना शुरू कर देता  है।




डायबिटीज (मधुमेह) का उपचार:


1. चीनी (sugar) एवं  अन्य मीठे पदार्थो का सेवन कम से कम करें या ना करें,


(हाई ब्लड प्रैशर का उपचार जानने के लिए क्लिक करे।)


2. जामुन के चार नर्म और हरे पत्ते खूब बारीक करके 60 ग्राम पानी में रगड़ के और छानकर प्रातः 10 दिन तक लगातार पिए, और इसे हर 2 महीने बाद दस दिन तक लेते रहे, इस उपचार से डायबिटीज (मधुमेह) में बहुत आराम मिलेगा।


3. डायबिटीज (मधुमेह) के प्रारम्भिक अवस्था में जामुन के चार पत्ते प्रातः एवम सांय चबाकर खाने से तीन  दिन में डायबिटीज (मधुमेह) में आराम मिलने लगता है


4. जामुन की गुठली पांच तोला, गुड़मार बूटी दस तोला, सोंठ पांच तोला इन सब को कूट- पीसकर ग्वारपाठे के रास में घोटकर 4-4रत्ती की गोलियां बना ले, 1-1  गोली दिन में तीन बार पानी के साथ ले इससे  डायबिटीज (मधुमेह) में आराम मिलता है


(चिकनगुनिया का उपचार जानने के लिए क्लिक करे।) 


5. दाना मेथी डायबिटीज (मधुमेह)  में  बहुत उपयोगी है, एक या दो चम्मच दाना मेथी को एक गिलास पानी में रात में  भिगो देते है और प्रातः मेथी को चबा चबा कर खा लेते हैं तथा मेथी के पानी को पी लेते हैं या मेथी का चूर्ण या सब्जी  बनाकर भी खा सकते है।




हाई ब्लड प्रैशर का उपचार, Treatment of High Blood Pressure



ब्लड प्रैशर किसे कहते है ? जांनिये


हार्ट शरीर के सभी अंगो में नसों द्वारा रक्त पहुँचाने का कार्य करता है, इसी रक्तप्रवाह के समय हार्ट एक दबाव पैदा करता है जो नसों के अंदरूनी भाग पे पड़ता है इस दबाव को  ब्लड प्रेशर कहते है ब्लड प्रेशर से आपके पुरे शरीर में रक्तसंचारण में मदद मिलती है।  



हाई  ब्लड प्रेशर:


हाई  ब्लड प्रेशर जानलेवा बीमारी भी साबित हो सकती है, इस बीमारी के ऊपर से कोई लक्षण तो नही दिखाई देते  लेकिन हाई ब्लड प्रेशर होने पर लकवा और हार्ट अटेक होने का खतरा बना रहता है इसलिए नियमित रूप ब्लड प्रेशर की जांच करते रहे और हाई ब्लड प्रेशर होने पर जल्दी से इसका उपचार करे।


हाई ब्लड प्रैशर का उपचार:


1. तरबूज खाने से हाई ब्लड प्रैशर ठीक हो जाता है।

2. गाजर के मुरब्बे से भी हाई ब्लड प्रैशर में आराम मिलता है।

(कब्ज के लिए रामबाण उपचार जानने के लिए क्लिक करे।)


3. गेहू की बासी रोटी प्रातः काल दूध में भिगोकर खाने से हाई ब्लड प्रैशर सामान्य हो जाता है।

4.  एक ग्राम सूखा धनिया, एक ग्राम सर्पगंधा , 2 ग्राम मिश्री में पीस कर ताजे पानी के साथ खाने से हाई ब्लड प्रैशर को आराम मिलता है।

5. सर्पगन्धा को कूटकर रख ले, प्रातः सांय 2-2 ग्राम सेवन करने से हाई ब्लड प्रैशर सामान्य हो जाता है।


(जोड़ो के दर्द के लिए उपचार जानने के लिए क्लिक करे।)



Monday, 24 October 2016

कब्ज के लिए रामबाण उपचार, treatment of constipation

Tags


शरीर में पानी की कमी होने से मल आंतों में सूख जाता है और मल निष्काषित करने में बहुत जोर लगता है, इसलिए ध्यान रखे कि शरीर में पानी की कमी न हो, उचित मात्रा में पानी पीते रहे, और अन्य तरल चीजे लेते रहे, इस करने से कब्ज की शिकायत के बहुत काम आसार रहते है   





कब्ज का उपचार:



1. कब्ज की अधिकता के कारण यदि बुखार में दस्त कराना हो तो 10 ग्राम अरण्डी के तेल को 150 ग्राम दूध में मिलकर दे.

(डेंगू का उपचार जानने के लिए क्लिक करे।)


2. साधारण कब्ज में रात को सोते समय 10 से 12 मुनक्के बीज निकालकर, दूध में उबाल के खाये और ऊपर से वही दूध पी लें। इससे अगली सुबह खुलकर शौच आएगा, अगर कब्ज की ज्यादा  शिकायत है तो 3 दिन तक लगातार यह उपचार अपनाये

3. पुराना बिगड़ा हुआ कब्ज हो तो 2 संतरो का रस प्रातः खाली पेट 8-10 दिन तक पीये, ध्यान रखे की संतरे के रस में नमक, बर्फ, या कोई मसाला न मिलाये।  

4. 6 ग्राम त्रिफला चूर्ण 200 ग्राम दूध में मिलाकर पिए, यह कब्ज में बहुत आराम देता है  

(डेंगू से कैसे करे बचाव ? जानने के लिए क्लिक करे।)


5. 10 ग्राम इसबगोल की भूसी 125 ग्राम दही में घोलकर सुबह शाम खिलाने से कब्ज ठीक होता है


Thursday, 20 October 2016

जोड़ो के दर्द के लिए 5 उपचार, 5 treatments for joint pain

वर्तमान समय में लोगो को जोड़ो का दर्द बहुत परेशान कर रहा है  जोड़ों के दर्द की परेशानी एक व्यापक परेशानी है और सर्दिओं में तो ज्यादा  ही हो जाती है क्योंकि सर्दी के कारण हालात बुरे हो जाते है रोगी के लिए और बहुत परेशानी होती है | ऐसे में जरुरी है हम कुछ जानकारी हासिल करके हमारे जोड़ों के दर्द को कम कर सकते है  और या ठीक कर सकते है | हम आपको  5 सामान्य से उपाय बताने जा  रहे है जिस से आपको काफी मदद मिलेगी।


जोड़ो के दर्द के लिए 5 उपचार:

1.जोड़ो के दर्द होने पर  मसाज आवश्यक रूप से लें क्योंकि मसाज लेने से आपकी मांसपेशियों की एंठन को दूर करने में काफी मदद मिलती  है, और जोड़ो के दर्द को काफी आराम मिलता है, और  सर्दी का मौसम हो तो ठण्ड का बेहतरीन इंतजाम करलें और हाथो के लिए दस्ताने  और पैरो के घुटनों के लिए लेयर्स का इस्तेमाल कर सकते है।  

चिकनगुनिया का उपचार जानने के लिए यहाँ क्लिक करे 

2. जोड़ो के दर्द में योग करने से भी काफी आराम मिल सकता है, लेकिन योग की विधि सही होने से ही आराम मिलता है ,और आपको पता होना चाहिए की जोड़ो के दर्द के लिए कौनसे योग आसन है वही योग आसान करने पे आराम मिलेगा, जोड़ो के दर्द के कुछ योग आसान के बारे में हम आपको बता रहे है।
a. वीर-भद्रासन
b. धनुरासन
c. सेतु-बंध आसन
d. त्रिकोणासन
e. उस्ट्रासन
f. मकर अधोमुख श्वानासन


आवश्यक सावधानियां:

योग आसन से जोड़ों का दर्द बढे नहीं, इसलिए अभ्यास करते समय  शरीर को सहारा देने वाली वस्तुओं, तकियों व अन्य चीजो  की सहायता लें. अपनी शारीरिक क्षमता से अधिक जोर न लगाए . अगर दर्द बढ़ जाता है तो तुरंत योग आसन करना  बंद कर दें व चिकित्सक से परामर्श करें.

3. चिकन गुनिया , डेंगू , और वायरल बुखार आने के बाद भी जोड़ो में बहुत दर्द रहता है , और यह दर्द काफी दिनों तक बना रहता है , इस जोड़ो के दर्द के  लिए यह तेल इस्तेमाल करे, इस तेल के इस्तेमाल से जोड़ो के दर्द को काफी आराम मिलेगा, हम इस तेल को बनाने की विधि बता रहे है।

आवश्यक सामग्री
50  ग्राम सफ़ेद तिल का तेल
50  ग्राम सफ़ेद सरसो  का तेल
15  लौंग
1  दाल चीनी का टुकड़ा
2  चम्मच अजवायन
1  चम्मच मेथी दाना
15 लहुसन की काली बारीक कटी हुयी
1  छोटा अदरक का टुकड़ा पिसा हुआ
1  चम्मच हल्दी
2  बड़े पीस कपूर
1  चम्मच  एलोविरा जैल


बनाने की विधि
कढ़ाई में  50 ग्राम सरसो और सफ़ेद तिल का तेल  गर्म कीजिये फिर गैस को धीरे करके हल्दी और कपूर को छोड़ के साड़ी चीजे दाल दो , 20 से 25 मिनट में यह जलकर आपस में मिक्स हो जाएगी और तेल का रंग गहरा हो जायेगा फिर उसके बाद गैस बंद के दे अब इसमें अच्छी तरह हल्दी और कपूर मिक्स कर दे फिर तेल ठंडा हो जाने पर शीशी में डाल ले ,

और इस तेल से
रोजाना मालिश करे , रोजाना मालिश करने से जोड़ो के दर्द को बहुत आराम मिलेगा

डेंगू से कैसे करे बचाव ?  जानने के लिए यहाँ क्लिक करे

4. वायरल बुखार होने पर जो शरीर में और जोड़ो में दर्द होता है वो भी काफी दिनों तक रहता है, वायरल होने पर यह नुस्खा आपने वायरल और दर्द से निजात पाए। 

एक भगोने में २ गिलास पानी ले और इसमें अजवायन, तुलसी के पत्ते, गिलोय की जड़, पपीते के पत्ते, और अनार के पत्ते डाल कर गैस जलाकर उसपे भगोने को रख दे , और जब तक पाक के आधा न रह जाए तब तक पकाते रहे , आधा पानी यानी २ गिलास का १ गिलास पानी रह जाने पे गैस से उतार के ठंडा होने के लिए रख दे , और ठंडा हो जाने के बाद इस मिश्रण को पिए , नियमानुनसार इस  मिश्रण को पीने से वायरल और उस से हुए दर्द को काफी आराम मिलेगा। 




5. जैतून का तेल लगाने से भी जोड़ो के दर्द को कभी आराम मिलता है , तो रोजाना जैतून के  तेल की मालिश करे और दर्द से आराम पाए।
 

Wednesday, 19 October 2016

चिकनगुनिया का उपचार Chikungunya treatment

चिकनगुनिया का वायरस वाला मच्छर जब किसी इंसान को काटता है तो उस इंसान के अंदर यह वायरस चला जाता है  , यह  बहुत खतरनाक भी साबित हो सकता है इसलिए ध्यानपूर्वक रहे, चिकनगुनिया होने पर लापरवाही न करे जल्द से जल्द डॉक्टर की सलाह से इलाज करवाये । 


चिकनगुनिया का उपचार:
1. फिलहाल चिकनगुनिया की कोई विशेष दवा नही है।
2. शरीर में तेज दर्द होने पर डॉक्टर की सलाह से दर्द की टेबलेट ले।
3. चिकनगुनिया बुखार होने पर डॉक्टर की सलाह से पेरासिटामोल की टेबलेट ले।
4. चिकनगुनिया बुखार में प्लेटलेट में बहुत गिरावट आती है इसलिए  नियमित रूप से प्लेटलेट की जांच कराते रहे
5. पानी ज्यादा से ज्यादा पिए , और भोजन का भी ख्याल रखे। 
6. प्लेटलेट की वृद्धि के लिए  गिलोय का पानी पिए।
7. प्लेटलेट की वृद्धि के लिए बकरी का दूध पिए।
8. प्लेटलेट की वृद्धि के लिए पपीते के पत्तों का पानी पिए।
9. प्लेटलेट की वृद्धि के लिए कीवी फल खाये।
10. प्लेटलेट की वृद्धि के लिएनारियल पानी पिए।
11. प्लेटलेट की वृद्धि के लिए डॉक्टर की सलाह से प्लेटलेट बढ़ाने के लिए दवा ले।
12. ज्यादा से ज्यादा आराम करे।   







चिकनगुनिया से बचाव के उपाय (How to prevent Chikungunya ?)

वैसे तो बताया जा रहा है की चिकनुगनिया जानलेवा नहीं है लेकिन अगर समय रहते इसका इलाज नहीं किया जाए तो ये खतरनाक साबित हो सकता है. इसलिए जितना अधिक हो सके  चिकनुगनिया से बचाव करे, कुछ बचाव के उपाय बता रहे है इन्हें  ध्यानपूर्वरक पढ़े। 



चिकनगुनिया से बचाव के उपाय :

1. चिकनगुनिया से बचने के लिए  मच्छर प्रतिरोधक का इस्तेमाल करें।

2. पूरी बाजू की कमीज और पायजामा या पैंट पहनें जिससे मच्छर न काट पाए।

(चिकनगुनिया के लक्षण जानने के लिए क्लिक करे।)


3. बाहर रखे साफ पानी के बर्तनों जैसे पालतू जानवरों के पानी के बर्तन, बगीचों में पानी देने वाले बर्तन और पानी जमा करने वाले टैंक कूलर इत्यिादि को साफ रखें।

4. चिकनगुनिया से बचने के लिए मच्छरों को अंडे देने से रोकने के लिए घर में पानी जमा होने से रोकना चाहिए। 

5. मच्छर से बचने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करे।

6. घर  में कीटनाशक  दवा छिड़के।

7. यदि संभव हो तो घरों की खिड़कियों व दरवाजों पर जाली लगवाएं ताकि मच्छर घर के अंदर न आएं।

(चिकनगुनिया का उपचार जानने के लिए क्लिक करे।)


8. बच्चे जब घर से बहार निकले तो उनके बदन पे गोले का या नीम का तेल लगाकर भेजे।

9. घर का कचरा सुनिश्चित जगह पर डालें, जो कि ढंका हो। घर पे या घर के आसपास गंदगी न फैलने दे।

10.गन्दी  जगह की सफाई करें. और जहां जहां सीलन हो वहां चूने का छिड़काव करें। 



 

चिकनगुनिया के लक्षण symptoms of chikungunya

चिकनगुनिया :


चिकनगुनिया देश में बहुत तेजी से फैल रहा है, यह एडिज मच्छर के काट लेने  से फैलने वाली एक संक्रामक बीमारी है, चिकनगुनिया के लक्षण मच्छर काटने के तुरंत बाद नजर नहीं आते हैं. मच्छर के काटने के 3 से 4 दिन बाद इसका संक्रमणशुरू होता है, हम आपको चिकनगुनिया के कुछ लक्षण बता रहे है।





चिकनगुनिया के लक्षण:

1. चिकनगुनिया होने पर जोड़ो में बहुत ज्यादा दर्द होता है।

2. चिकनगुनिया होने पर दर्द होने के बाद बहुत तेज बुखार आता है।

(डेंगू के लक्षण जानने के लिए क्लिक करे।)


3. कभी-कभी शरीर का तापमान 104 डिग्री तक या उस से भी ज्यादा पहुंच जाता है।

4. बुखार के साथ साथ ठंड भी लगती है।

5. मांसपेशियों में खिंचाव भी होता है।

6. जी भी मिचलाने लगता है।

7. उल्टी होती है और सिर में भी दर्द होता है।

8. आँखे लाल भो हो सकती है और आँखों से पानी आता रहता है।

9. और शरीर में दाने दाने से भी हो जाते है।

डेंगू का उपचार dengue treatment

Tags


डेंगू वायरस :


डेंगू एक बहुत खतरनाक वायरस है जो डेंगू मच्छर के काटने से होता है, कुछ ही सालो में यह देश में बहुत ज्यादा फैल गया है, देश में अभी तक डेंगू से कई लोगो की मौत हो चुकी है, इसलिए डेंगू हो जाने पर इन बातो का ध्यान रखे।





डेंगू का उपचार .
1. डेंगू का इलाज, उष्ण प्रदेशीय क्षेत्रो में यात्रा नही करे और भारी आबादी वाले क्षेत्रो में ना रहे।

(डेंगू से कैसे करें बचाव ? जानने के लिए क्लिक करें।)


2. फिलहाल डेंगू की कोई विशेष दवा नही है।

3. डेंगू बुखार होने पर डॉक्टर की सलाह से पेरासिटामोल की टेबलेट ले।

4. डेंगू बुखार में प्लेटलेट में बहुत गिरावट आती है इसलिए  नियमित रूप से प्लेटलेट की जांच कराते रहे।

5. पानी ज्यादा से ज्यादा पिए , और भोजन का भी ख्याल रखे।

6. गिलोय का पानी पिए।

7. बकरी का दूध पिए।

(डेंगू के लक्षण जानने के लिए क्लिक करें।)


8. पपीते के पत्तों का पानी पिए।

9. कीवी फल खाये।

10. नारियल पानी पिए।

11. डॉक्टर की सलाह से प्लेटलेट बढ़ाने के लिए दवा ले।

12. ज्यादा से ज्यादा आराम करे।

  

Tuesday, 18 October 2016

डेंगू से कैसे करे बचाव (How to prevent dengue?)

Tags
डेंगू एक बहुत दुखदायी बुखार है , डेंगू हो जाने से शरीर को बहुत दर्द और नुकसान होता है, त्वचा पे रेसेज आ जाते है जोड़ो में बहुत दर्द होता है, जी मचलता है, खाने का मन नही करता जिससे शरीर में बहुत कमजोरी आ जाती है , तो जितना हो सके इस बुखार से बचाव करे, इस बुखार से बचने के लिए हम जानकारी दे रहे है इन्हें अपनाये और खुद को और अपने परिवार को डेंगू होने से बचाये। 


डेंगू से कैसे करे बचाव ?
1. डेंगू के बचने के लिए  मच्छर प्रतिरोधक का इस्तेमाल करें।
2. पूरी बाजू की कमीज और पायजामा या पैंट पहनें जिससे मच्छर न काट पाए।
3. डेंगू से बचने के लिए मच्छरों को अंडे देने से रोकने के लिए घर में पानी जमा होने से रोकना चाहिए।
4. बाहर रखे साफ पानी के बर्तनों जैसे पालतू जानवरों के पानी के बर्तन, बगीचों में पानी देने वाले बर्तन और पानी जमा करने वाले टैंक कूलर इत्यिादि को साफ रखें। 
5. मच्छर से बचने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करे।
6. यदि संभव हो तो घरों की खिड़कियों व दरवाजों पर जाली लगवाएं ताकि मच्छर घर के अंदर न आएं।
7. बच्चे जब घर से बहार निकले तो उनके बदन पे गोले का या नीम का तेल लगाकर भेजे।
8. खाने में जितना हो सके विटामिन सी से युक्त पदार्थों का सेवन करें। विटामिन-सी आपको स्वस्थ रखने के साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा यह किसी भी प्रकार के संक्रमण को फैलने से भी रोकता है।   
9. घर का कचरा सुनिश्चित जगह पर डालें, जो कि ढंका हो। घर पे या घर के आसपास गंदगी न फैलने दे।
10. घर में घर या घर के आसपास तुलसी का पौधा रखे।  
 


Monday, 17 October 2016

डेंगू के लक्षण (Symptoms of dengue)

Tags
डेंगू बुखार मच्छरों द्वारा फैलाई जाने वाली बीमारी है. एडीज  मच्छर (प्रजाति) के काटने से डेंगू वायरस फैलता है. कभी-कभी, यह लक्षण फ्लू के साथ मिलकर कंफ्यूज भी कर देते हैं. पिछले कुछ सालों में डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं.
डेंगू के लक्षण

1. बहुत तेज बुखार आता है .
2. आँखों में या सिर में दर्द होता है .
3. शरीर में और जोड़ो में बहुत दर्द होता है.
4. उल्टी दस्त होने लगते है.
5. जी मिचलाता है .
6. भूख भी बहुत कम लगती है.
7. मुंह का स्वाद कड़वा हो जाता है.
8. ज्यादा गंभीर स्थिति में नाक कान या आँख से खून आ जाता है.
9. प्लेटलेट्स बहुत कम होने लगती है.
10. त्वचा पे रेशेज आ जाते है.